INDvsENG: भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई 2025 से बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में शुरू होने जा रहा है। पहले टेस्ट में हेडिंग्ले में 371 रनों का लक्ष्य बचाने में नाकाम रहने के बाद भारतीय टीम के सामने अब सीरीज में बराबरी करने की चुनौती है। शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम को इस बार अपनी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में सुधार करना होगा। खबर है कि जसप्रीत बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते इस मैच में आराम दिया जा सकता है, जिसके कारण गेंदबाजी इकाई पर अतिरिक्त दबाव होगा। दूसरी ओर इंग्लैंड ने अपनी वही प्लेइंग-11 बरकरार रखी है, जिसने पहले टेस्ट में शानदार जीत हासिल की थी।
एजबेस्टन की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार मानी जा रही है, लेकिन इसमें कुछ खासियतें भी हैं। पिच पर ऊपरी घास मौजूद है, जो पहले दिन तेज गेंदबाजों को मदद दे सकती है, लेकिन नीचे से सूखी होने के कारण यह बाद में स्पिनरों के लिए भी अनुकूल हो सकती है। मौसम की बात करें तो पहले दिन बारिश की संभावना है, जिससे टॉस की भूमिका काफी अहम हो जाएगी। भारतीय टीम इस बार दो स्पिनरों के साथ उतरने की योजना बना रही है। रवींद्र जडेजा का स्थान पक्का है, लेकिन दूसरा स्पिनर कुलदीप यादव या वॉशिंगटन सुंदर में से कोई एक हो सकता है। कुलदीप की कलाई की फिरकी इस पिच पर असरदार साबित हो सकती है, जैसा कि हेडिंग्ले में उनकी कमी को लेकर सहायक कोच रियान टेन डोएशे ने भी माना था।
पहले टेस्ट में शार्दुल ठाकुर का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था जहां वे न तो बल्ले से और न ही गेंद से कोई खास प्रभाव छोड़ सके थे। ऐसे में उनकी जगह नीतीश कुमार रेड्डी को मौका मिल सकता है, जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में योगदान दे सकते हैं। अगर बुमराह बाहर रहते हैं, तो मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा तेज गेंदबाजी की कमान संभालेंगे। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्शदीप सिंह को भी टेस्ट डेब्यू का मौका मिल सकता है। बल्लेबाजी में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत अपनी फॉर्म बरकरार रखना चाहेंगे, जबकि साई सुदर्शन और करुण नायर को पिछले मैच में खराब प्रदर्शन के बावजूद एक और मौका मिल सकता है।
इधर इंग्लैंड की टीम आत्मविश्वास से भरी है। बेन स्टोक्स की कप्तानी में जो रूट, हैरी ब्रूक और ओली पोप जैसे बल्लेबाजों ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था। जोफ्रा आर्चर के पारिवारिक कारणों से इस मैच में न खेलने से इंग्लैंड की गेंदबाजी में क्रिस वोक्स, ब्रायडन कार्स और जोश टंग पर जिम्मेदारी होगी। भारतीय टीम को पिछले मैच की तरह क्षेत्ररक्षण में गलतियां करने से बचना होगा। खासकर कैच छोड़ने जैसी चूक को दोहराने से इस टीम को परहेज करना चाहिए। यह मैच भारत के लिए न केवल सीरीज में बराबरी का मौका है, बल्कि यह भी साबित करने का अवसर है कि वे बिना बुमराह के भी 20 विकेट लेने में सक्षम हैं।