INDvsENG: इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के शुरुआती दिन लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने शानदार शतकीय पारी खेलकर इतिहास रच दिया है। 175 गेंदों में नाबाद 127 रन की पारी के साथ गिल टेस्ट कप्तान के तौर पर अपने पहले मैच में शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय बन गए थे, इस लिस्ट में पहले से विजय हजारे, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर और विराट कोहली शामिल हैं।
इस प्रदर्शन की अब पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने जमकर तारीफ की है और कहा कि अगर गिल की पैरों की मूवमेंट ऐसी ही रही, तो वह विदेशी पिचों पर भी ढेरों रन बनाएंगे। गांगुली ने भारतीय टीम के बदलाव के दौर पर भी भरोसा जताया और यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को भी सराहा है।
गांगुली ने गिल की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा कि इंग्लैंड के गेंदबाजों ने मिडिल और ऑफ लाइन पर फुल लेंथ गेंदबाजी की, लेकिन गिल ने इसे बखूबी खेला और 'वी' रीजन में शानदार शॉट्स लगाए। उन्होंने कहा, “मैं घर से बाहर गिल के फुटवर्क से बहुत खुश हूं। उनकी पैरों की मूवमेंट शानदार थी, कोई गलती नहीं की। इंग्लैंड को उस विकेट पर वैसी गेंदबाजी नहीं करनी चाहिए थी। अगर गिल इसी तरह बल्लेबाजी करते रहे, तो इंग्लैंड और विदेशी परिस्थितियों में वह बहुत रन बनाएंगे।” गांगुली ने पहले ही गिल को इंग्लिश पिचों पर स्विंग और सीम के खिलाफ फ्रंट-फुट तकनीक अपनाने की सलाह दी थी और गिल ने उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 16 चौकों और एक छक्के के साथ 140 गेंदों में शतक पूरा किया।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। गांगुली ने इस पर चिंता जताने के बजाय भारतीय क्रिकेट की गहराई पर भरोसा दिखाया है। उन्होंने कहा, “मैं भारतीय क्रिकेट को लेकर कभी चिंतित नहीं था। कोई न कोई तो होगा जो इसे आगे ले जाएगा। यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी शानदार हैं, उन्हें हर प्रारूप में खेलना चाहिए।” जायसवाल ने भी पहले दिन 144 गेंदों में 101 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक जड़ा और इंग्लैंड में पहली टेस्ट पारी में शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय बने।
गांगुली ने गिल के नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने पर कहा कि विराट कोहली जैसे दिग्गज की जगह लेना आसान नहीं, लेकिन गिल का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। गांगुली ने पहले दिन के बाद ट्वीट कर चार शतकों की भविष्यवाणी की है जिसमें पंत और करुण नायर का भी नाम लिया। यह प्रदर्शन गिल के लिए विदेशी सरजमीं पर कप्तानी और बल्लेबाजी की चुनौतियों का जवाब है, जिन पर गांगुली ने थोड़े समय पहले सवाल भी उठाए थे।