Illegal Bangladeshi Immigrants: महाराष्ट्र में एक बड़ी कार्रवाई के तहत 18 मई 2025 तक 18 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए हैं। इनमें से अधिकांश कार्ड धारक अवैध रूप से राज्य में रह रहे बांग्लादेशी प्रवासी होने की संभावना है। इस कार्रवाई का सबसे ज्यादा असर मुंबई में देखा गया, जहां 4.8 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए।
जांच में पता चला कि कई कार्ड धारक सरकारी सब्सिडी वाले अनाज का दुरुपयोग कर रहे थे और इसे पोल्ट्री फार्म्स को बेचकर मुनाफा कमा रहे थे। यह कार्रवाई एक e-KYC अभियान के बाद शुरू हुई, जिसमें सरकारी कर्मचारी, व्यापारी और उच्च आय वर्ग के लोग भी फर्जी राशन कार्ड धारक के रूप में पकड़े गए।
इस अभियान का मकसद केवल वास्तविक लाभार्थियों तक सब्सिडी पहुंचाना है। अधिकारियों का मानना है कि इन फर्जी राशन कार्ड का इस्तेमाल अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों द्वारा भी किया जा रहा था। पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां अवैध प्रवासियों ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया। इस कार्रवाई से पहले 2021 में भिवंडी में 40 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनके पास से फर्जी दस्तावेज और 28 मोबाइल फोन बरामद हुए थे।
हाल के दिनों में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ सख्ती बढ़ी है। 14 मई 2025 को राजस्थान के सीकर जिले से पकड़े गए 148 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन ले जाया गया, जहां से उन्हें वापस बांग्लादेश भेजा गया। इसके अलावा, ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के बाद देशभर में 1,008 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, जिनमें से जयपुर में 761 और सीकर में 394 लोग शामिल हैं।
मुंबई पुलिस ने भी पिछले तीन सालों में 696 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जिसमें से 222 को वापस भेजा जा चुका है। 2024 में सितंबर तक 181 गिरफ्तारियां हुईं, जिनमें 133 को डिपोर्ट किया गया। 2यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम है, क्योंकि अवैध प्रवासियों को आतंकवाद और अपराध से जोड़ा जा रहा है।