HOLI 2025: अक्सर त्योहारों में मिठाइयों और पनीर की मांग अधिक बढ़ जाती है, जिसमें मावा के मिठाइयों का अधिक डिमांड होता है। जिस कारण ज्यादातर दुकानदार मिलावटी मिठाइयों और पनीर बेचना शुरू कर देते है। फिलहाल होली का समय है और हर बार की तरह इस बार भी मावा के मिठाइयों की डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में मिलावटखोरों ने बाजार में मिलावटी मिठाइयां भी उतार दी हैं।
वहीं पटना में मिलावटी मिठाइयों का कारोबार अधिक बढ़ गया है और मिठाइयों के साथ दूध से बने पनीर में भी मिलावट पाया गया है। बाजार में दूध से बने पनीर की कीमत 360 रुपए से लेकर 400 रुपए प्रति किलो तक है। वहीं, पाउडर से बने पनीर 160 रुपए किलो बेचे जा रहे हैं। जिसके साथ मिठाइयों में भी खूब मिलावट की जा रही है।
पटना के फूड सेफ्टी ऑफिसर(FSO) अजय कुमार ने बताया है कि इस बार होली में पटना के अलावा कई जिलों में मिलावटी मिठाइयों का कारोबार हो रहा है। वहीं पटना के आस-पास के शहरों मनेर, सबलपुर, दानापुर, बिहटा, फतुहा और खुसरुपुर में छापेमारी की गई है और लगभग 500 किलो तक मिलावटी पनीर को बरामद किया गया है।
बताते है कि 'पनीर बनाने के दौरान मिलावटी पनीर में कभी 28% तो कभी 10% फैट देखा जाता है, जो FSSAI के स्टैंडर्ड्स के अनुसार नहीं है। अगर कोई पनीर तैयार करके, उसे सील और पैक करके लो फैट पनीर के नाम से बेचता है तो वह गलत नहीं है, लेकिन अगर खुले में झूठ बोलकर बेचे तो वह कानूनन गलत है।
वहीं, मिल्क पाउडर से पनीर तैयार करना पूरी तरह से अन ऑथराइज्ड है। मिल्क पाउडर से तैयार पनीर में फैट बिल्कुल नहीं रहता है। इसे कंपनसेट करने के लिए घी या पाम ऑयल जैसे फैट मिलाए जाते हैं, जो बहुत ही हानिकारक होता है। वह नेचुरल पनीर नहीं होता है। मावा बनाने में कई लोग आलू या शकरकंद जैसा स्टार्च मिलाते हैं। उसमें भी दूध पाउडर मिलाया जाता है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है। मावा को शुद्ध रूप से दूध से ही बनाया जाना चाहिए।