HIV case jharkhand jail : झारखंड की अलग अलग जेलों में जेलों में बंद कैदियों की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर एक बेहद ही चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है। स्टेट ओवरसाइट कमेटी की हाल ही में हुई बैठक में यह खुलासा हुआ कि राज्य की जेलों में 26 कैदी एचआईवी, 37 कैदी टीबी, 9 कैदी सिफलिस और 3 कैदी हेपेटाइटिस से संक्रमित पाए गए हैं।
यह जानकारी झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक अबु इमरान की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में दी गई। बैठक में राज्य की जेलों में संचालित एचआईवी और टीबी रोकथाम कार्यक्रमों की समीक्षा की गई इसी दौरान ये बात सामने निकल कर आई |
सरकारी आकड़ों के अनुसार वर्ष 2024-25 के दौरान कुल 37,702 कैदियों की एचआईवी जांच की गई, जिसमें से 26 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसी तरह, 11,957 कैदियों की सिफलिस जांच में 9 संक्रमित मिले। 3 कैदी हेपेटाइटिस से भी पीड़ित पाए गए। वहीँ अगर टीबी की बात करें तो इसकी पहचान के लिए 40,454 कैदियों की 4-एस स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 3,402 की स्पुटम जांच कराई गई। जांच में 37 कैदी टीबी संक्रमित पाए गए, जिन्हें DOTS कार्यक्रम के तहत इलाज मुहैया कराया गया है।
बता दे कि सभी संक्रमित कैदियों को निकटवर्ती एआरटी केंद्रों से जोड़ा गया है ताकि उन्हें समुचित इलाज मिल सके। इस समीक्षा बैठक में एआईजी जेल तुषार गुप्ता, उप सचिव झालसा दीपक कुमार साहू, समाज कल्याण विभाग से अनामिका और एड्स नियंत्रण समिति के अपर परियोजना निदेशक डॉ. श्याम सुंदर पासवान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। झारखंड की जेलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सुधारने और रोगों की रोकथाम के लिए नियमित जांच, उपचार और जनजागरूकता जरूरी है। यह रिपोर्ट जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चेतावनी है कि बंदियों के स्वास्थ्य की अनदेखी गंभीर परिणाम दे सकती है।