Jharkhand News: हजारीबाग जिले के बड़कागांव वन क्षेत्र स्थित लाकुरा गांव में गुरुवार देर रात हाथियों के एक झुंड ने उत्पात मचाया। इस दौरान आंबेडकर मोहल्ला की रहने वाली 71 वर्षीय रोहिणी देवी (पत्नी गेंदों राम) की हाथियों द्वारा कुचलकर मौत हो गई। वह जंगल में महुआ बीनने के लिए एक झोपड़ी में रह रही थीं और उसी में सोई हुई थीं, तब ये हादसा हुआ।
रात करीब 12 बजे हाथियों का एक झुंड गांव की ओर आ गया और खेतों में लगी फसलों को रौंदते हुए रोहिणी देवी की झोपड़ी तक पहुंच गया। झोपड़ी में सो रही महिला को हाथियों ने कुचल दिया। शुक्रवार तड़के जब महुआ बीनने निकले ग्रामीण झोपड़ी के पास पहुंचे तो उन्होंने रोहिणी देवी का शव पड़ा देखा और तुरंत परिजनों एवं अन्य ग्रामीणों को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। फॉरेस्टर देवचंद महतो, वनरक्षी नाजिर हुसैन अंसारी, अमर कुमार साहू, प्रभात किशोर लकड़ा और अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया।
ग्रामीणों के अनुसार, हाथियों ने न केवल फसलों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि बालो महतो का घर भी तोड़ दिया। साथ ही, कई झोपड़ियों को भी रौंदा। हाथियों का यह दल फिलहाल कहां गया, इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है, लेकिन संदेह है कि वे लाकुरा जंगल के आसपास ही छिपे हो सकते हैं।
मुआवजे की मांग
घटना के बाद क्षेत्रीय वन सुरक्षा समितियों और ग्रामीणों ने मृतका के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। इस मांग में बड़कागांव वन समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार साव, महेश कुमार, नागेश्वर साव, अमेरिका साव, रघुनाथ राम समेत दर्जनों लोगों ने प्रशासन से अविलंब सहायता की अपील की है।