DHANBAD: झारखंड में विकलांगता सर्टिफिकेट के नाम पर भी लोग घूस ले रहे हैं। ताजा मामला धनबाद का है जहां सिविल सर्जन कार्यालय में तैनात क्लर्क उमेश कुमार सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरों (ACB) ने रंगेहाथ 4 हजार रूपये घूस लेते गिरफ्तार किया है।
विकलांगता सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर 4 हजार रूपये घूस लेते उमेश सिंह को ACB ने पकड़ा है। एंटी करप्शन ब्यूरो की इस कार्रवाई से सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि उमेश सिंह के द्वारा घूस लेने की शिकायत लगातार मिल रही थी। जरूरतमंद जब विकलांगता सर्टिफिकेट बनाने सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचते थे तो बिना पैसे दिये सर्टिफिकेट नहीं मिलता था।
खुद उमेश सिंह पैसे का डिमांड करते थे। एंटी करप्शन ब्यूरो को यह सूचना मिल रही थी कि सिविल सर्जन कार्यालय में हर एक काम का रेट फिक्स है और उसी आधार पर वहां घूस लेने का खेल चलता है। सूचना मिलने के बाद एससीबी ने योजना बनाकर उमेश सिंह को चार हजार रूपये घुस लेते दबोचा। फिलहाल एंटी करप्शन की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है।