First Bihar Jharkhand

GTvsPBKS : "ऐसा किसी के साथ ना हो", मैच से पहले मोहम्मद सिराज का बयान सुन भावुक हुए RCB फैंस

GTvsPBKS : गुजरात टाईटन्स आज इस सीजन का पहला मैच खेलने उतरेगी. इनके सामने होंगे पंजाब सुपर किंग्स. पूर्व में ये दोनों टीमें कुल 5 बार आपस में टकरा चुकी हैं. जिसमें से 3 गुजरात की टीम ने जीते हैं. जबकि 2 मैचों में पंजाब की टीम ने बाजी मारी. ज्ञात हो कि इस बार मोहम्मद सिराज भी इसी टीम का हिस्सा हैं. इससे पहले वह RCB की जान हुआ करते थे.

7 साल का साथ

करीब 7 साल तक RCB के साथ रहने के बाद अब गुजरात की टीम का हिस्सा बनना सिराज के लिए थोडा अजीब जरुर है इस बात में कोई शक नहीं. इसी बारे में बात करते हुए मोहम्मद सिराज ने कुछ ऐसा कह दिया है जिसे सुनने के बाद ना सिर्फ वहां मौजूद खिलाड़ी भावुक हो गए, बल्कि RCB के फैंस भी अपने जज्बात पर काबू नहीं रख पाए.

किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था 

पहली बार गुजरात की जर्सी पहनने पर मोहम्मद सिराज ने नम आँखों से कहा “गुजरात की जर्सी जब मैंने पहली बार पहनी तो मैं इमोशनल हो गया. क्योंकि मैं 7 साल तक RCB के साथ रहा हूँ. हालांकि, यहां आकर भी मुझे नया महसूस नहीं हो रहा है. यहां का माहौल काफी बढ़िया है”. बताते चलें कि इससे पहले जब मेगा ऑक्शन हो रहे थे तो किसी ने इस बात की कल्पना नहीं की थी कि सिराज RCB से अलग होंगे.

अनिश्चितताओं का खेल 

मगर अक्सर ऐसी चीजें घटित हो जाती हैं जिनके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होता है, और फिर यह तो क्रिकेट का खेल है. यहाँ फैंस ने कई खिलाड़ियों को एक टीम से दूसरी टीम में जाते हुए देखा है. ऐसा ही कुछ दीपक चाहर के साथ भी हुआ था, वे लम्बे समय से चेन्नई सुपर किंग्स का थे मगर इस बार वे मुंबई का हिस्सा हैं.

दीपक चाहर का उदाहरण 

मुंबई बनाम चेन्नई मैच में उन्होंने जोश दिखाते हुए ना सिर्फ चेन्नई के बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी को आउट किया, बल्कि बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने ताबड़तोड़ 28 रन भी जड़े. उनकी इस पारी में उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के लगाए. वो बात अलग है कि चेन्नई की बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने मजाकिया अंदाज में धोनी और जडेजा को स्लेज भी किया. हालांकि, इसका खामियाजा उन्हें मैच के अंत में भुगतना पड़ा जब धोनी ने उन्हें अपने बल्ले से प्यार भरी थपकी लगाईं.

समय के साथ भर जाते हैं सारे जख्म

क्रिकेट के खेल में इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. सिराज या दीपक चाहर अपवाद नहीं हैं. आप एक टीम के प्रति लंबे समय तक वफादार होते हैं मगर समय का पहिया घूमता है और आप किसी दिन फिर उसी टीम के विरुद्ध मैदान में उतरते हैं. हां, फैंस का दिल इन बातों से कुछ समय के लिए दुखता जरूर है पर यह खेल है और कुछ समय के बाद आप सब कुछ भूलकर आगे बढ़ ही जाते हैं.