RANCHI: झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के हरमू रोड स्थित आवासीय प्लॉट के उपयोग को लेकर सवाल उठाए हैं। बोर्ड का आरोप है कि इस प्लॉट का इस्तेमाल आवासीय के बजाय व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।
दरअसल, धोनी को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राज्य सरकार ने 2006 में यह प्लॉट आवंटित किया था, जिसका उपयोग केवल आवासीय उद्देश्यों के लिए होना था। हाल ही में इस प्लॉट पर एक डायग्नोस्टिक सेंटर का बोर्ड लगा हुआ पाया गया है, जिससे यह संदेह पैदा हुआ है कि इसका उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।
आवास बोर्ड ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। अगर जांच में यह साबित होता है कि प्लॉट का नियमों के विरुद्ध उपयोग किया जा रहा है, तो बोर्ड धोनी के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगा। बोर्ड ने सिर्फ धोनी के प्लॉट पर ही नहीं, बल्कि हरमू रोड स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय के आवासीय भूखंड के व्यावसायिक उपयोग पर भी सवाल उठाए हैं और इस मामले में पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है।
इस मामले में धोनी का अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बोर्ड की जांच के बाद ही इस मामले का आगे क्या निष्कर्ष निकलेगा। अगर धोनी दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें प्लॉट वापस करना पड़ सकता है या फिर जुर्माना देना पड़ सकता है।