Chief Election Commissioner Rajiv Kumar: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा है कि चुनाव डेटा प्रणाली पूरी तरह पुख्ता है जो सुनिश्चित करती है कि कुछ भी गलत नहीं हो सकता है। राजीव कुमार ने चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर जोर देते हुए कहा कि लाखों चुनाव अधिकारी डेटा फीडिंग में शामिल होते हैं और सिस्टम में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। उनका यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब विपक्ष की तरफ से लोकसभा और विधानसभा चुनाव में डेटा में हेराफेरी के आरोप लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एटलस में पिछले आम चुनावों के आंकड़ें शामिल हैं, जो चुनाव आयोग के डेटाबेस पर आधारित हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि लगभग 10-10.5 लाख चुनाव अधिकारी डेटा फीड करते हैं। इतने सारे लोग इसमें शामिल होने के कारण, डिजाइन के हिसाब से, कुछ भी गलत नहीं हो सकता। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई डेटा फीडिंग में गलती करता है, तो सिस्टम रेड फ्लैग दिखाएगा। ऐसे में यह सुनिश्चित करता है कि चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी और विश्वसनीय रहे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयोग की चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि लाखों चुनाव अधिकारी डेटा फीडिंग में शामिल होते हैं और किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में सिस्टम में रेड फ्लैग आने का प्रावधान है। इसलिए, मतदाता सूची, ईवीएम की तैनाती, मतदान प्रतिशत और नतीजों के प्रबंधन के लिए चुनाव आयोग की व्यवस्था में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। यह बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव और पांच महीने बाद हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी पर सवाल उठाए थे।