Congress Turkey boycott video: बुधवार को कांग्रेस पार्टी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार को लेकर सवाल किया गया, तो पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा और जयराम रमेश एक-दूसरे को माइक थमाते नजर आए। पत्रकार के पूछे सवाल का जवाब देने से बचते हुए पवन खेड़ा ने कहा, "हम इस मुद्दे पर बाद में बात करेंगे।"
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बीजेपी हमलावर हो गई। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस को जनता से कटा हुआ बताते हुए कहा कि "देश तुर्की और अजरबैजान के पाकिस्तान समर्थक रुख से नाराज़ है, लेकिन कांग्रेस इसमें भी चुप्पी साधे बैठी है।" मालवीय ने कहा, "भारत के लोग इन देशों के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ऐसी राष्ट्र-विरोधी मानसिकता दिखा रही है, जो इसे राजनीतिक रूप से और अलग-थलग कर रही है।"
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर निर्णय लेना सरकार का अधिकार क्षेत्र है, विपक्ष का नहीं। पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या भारत ने तुर्की से सभी राजनयिक और व्यापारिक संबंध तोड़ लिए हैं? क्या दूतावास बंद कर दिया गया है? जयराम रमेश ने भी बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण के बावजूद मोदी सरकार ने संबंध सामान्य क्यों किए? और 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री ने चीन को क्लीन चिट क्यों दी?