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CM आवास का घेराव करने पहुंची महिला प्रदर्शनकारियों ने कहा..आज हम लाठी भी खायेंगे..मार भी खायेंगे लेकिन हेमंत सोरेन से मिलकर रहेंगे

RANCHI: अपनी 5 सूत्री मांगों के समर्थन में पंचायत सेवक स्वयं सेवक संघ ने आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का आह्वान किया था। इसी क्रम में शनिवार को विभिन्न जिले से आए लोग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास को घेरने पहुंचे। जिसमें भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। सभी लोग पहले मोहराबादी मैदान में जमा हुए जिसके बाद मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हो गये। प्रदर्शनकारियों को बैरिकेटिंग लगाकर आगे बढ़ने से रोका गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेटिंग को तोड़ने की कोशिश की। 

पुलिस और प्रशासन के अधिकारी माइकिंग करते दिखे लोगों को समझाते नजर आए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को मोहराबादी टीओपी के पास बने बेरिकेटिंग से आगे नहीं बढ़ने दिया गया। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाया कि आगे नहीं बढ़े नहीं तो पुलिस कार्रवाई के लिए बाध्य हो जाएगी। अधिकारियों के समझाने के बाद प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए सीएम हाउस जाने को तैयार हुए।

बता दें कि पंचायत सेवक स्वयंसेवक संघ अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर 5- दिनों से आंदोलन कर रहे है। लेकिन अब तक सरकार इनकी एक ना सुन रही है।    इन्हें सिर्फ झूठा आश्वासन ही मिल रहा है। महिलाएं बच्चों को घर पर छोड़कर भूखे प्यासे धरना पर बैठी हुई थी। इस दौरान कई लोग बीमार पड़ गये। बीमार साथियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। 

महिला प्रदर्शनकारी बिभा का कहना था कि हेमंत सरकार सिर्फ झूठा आश्वासन दे रही है। सात साल से हेमंत सरकार ठगते आ रही है। जब बीजेपी की रघुवर सरकार थी तब कहा गया था कि सरकार बदलो और पाओ अधिकार लेकिन जब हमलोगों ने रघुवर सरकार को बदल दिया तब भी उन्हें अपना अधिकार नहीं मिल पाया है। अब हेमंत सरकार नहीं सुन रही है। तो फिर हम वही करेंगे जो पहले रघुवर सरकार का किया था। 

बिभा ने कहा कि हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम फिर सरकार बदल देंगे। हम पढ़े-लिखे लोग हैं हमसे चुनाव से पहले वादा किया गया था लेकिन आज तक वो वादा पूरा नहीं हुआ। हमलोगों की इस सरकार में बात सुनी नहीं जा रही है। बिभा ने कहा कि आज हम लाठी भी खायेंगे मार भी खाएंगे लेकिन हेमंत सोरेन से मिलकर रहेंगे।

बिभा ने कहा कि सरकार ने उनकी मांग नहीं सुनी तो वो तख्ता पलट देंगे। प्रोत्साहन राशि को हटाकर एक उचित मानदेय दिये जाने, समायोजन किये जाने, स्वयंसेवक को हटाकर पंचायत सहायक किये जाने सहित 5 सूत्री मांगों को इन्होंने सरकार के समक्ष रखा है कहा है कि यदि यह मांग पूरी नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन होगा।