ChatGPT, Deepseek, Gemini : भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है, लेकिन इसके इस्तेमाल का सफर अभी शुरुआती चरण में है। Google और रिसर्च एजेंसी Kantar की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में केवल 31% लोगों ने अब तक Google Gemini, ChatGPT या Deepseek जैसे जनरेटिव AI टूल्स का इस्तेमाल किया है। रिपोर्ट 18 शहरों के 8000 लोगों के सर्वे पर आधारित है।
इस सर्वे से यह भी सामने आया कि लगभग 60% भारतीय अभी भी इन AI टूल्स से अनजान हैं या उन्होंने अब तक इनका प्रयोग नहीं किया है। हालांकि, लोगों में AI को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाने को लेकर उत्साह साफ दिख रहा है।
AI से उम्मीदें
सर्वे के नतीजों में 72% प्रतिभागियों ने कहा कि वे AI की मदद से अपनी उत्पादकता बढ़ाना चाहते हैं। वहीं 77% लोगों ने बताया कि वे अपनी रचनात्मकता को निखारने के लिए AI टूल्स का सहारा लेना चाहते हैं। 73% प्रतिभागी बेहतर संवाद और संचार कौशल की भी उम्मीद कर रहे हैं।
Google ने पेश किए नए AI टूल्स
Google ने शुक्रवार को भारत में अपने लेटेस्ट AI मॉडल्स जैसे Gemini 2.5 Pro और Veo 2 का प्रदर्शन किया।
Veo 2 एक टेक्स्ट-टू-वीडियो टूल है, जो सिर्फ टेक्स्ट के आधार पर वीडियो बना सकता है।
Gemini Live के जरिए यूजर्स अब स्वाभाविक बातचीत कर सकते हैं।
Google DeepMind के सीनियर डायरेक्टर ने कहा है कि Gemini हमारा अब तक का सबसे एडवांस मॉडल है, जो यूजर्स को पहले से कहीं अधिक व्यक्तिगत और सहायक अनुभव प्रदान करता है। हमारा लक्ष्य है कि हर किसी के लिए एक निजी AI असिस्टेंट उपलब्ध हो। भारत में AI के प्रति जागरूकता और रुचि तो तेजी से बढ़ रही है, लेकिन असल में इसका व्यापक इस्तेमाल अभी समय लेगा। कंपनियों के नए प्रयास और तकनीकी नवाचार इस सफर को जरूर रफ्तार देंगे।