Bollywood News: बॉलीवुड की ग्लोबल स्टार प्रियंका चोपड़ा ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। लेकिन फिल्म 'दोस्ताना' की शूटिंग के दौरान उनके साथ एक ऐसी घटना हुई, जिसने उन्हें गहरा आघात पहुंचाया। दरअसल, मशहूर फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने गलती से एक ऐसा मैसेज भेज दिया, जो उनके लिए नहीं था, बल्कि करण जौहर के लिए था। इस मैसेज में प्रियंका के बारे में कुछ ऐसी बातें लिखी थीं, जिससे वह अंदर तक आहत हो गईं।
प्रियंका और मनीष की प्रोफेशनल केमिस्ट्री पहले से ही बहुत खास नहीं थी। जब फिल्म के आखिरी गाने 'देसी गर्ल' की शूटिंग हो रही थी, तब करण जौहर ने मनीष मल्होत्रा को फिल्म सिटी आने के लिए मैसेज किया। इसके जवाब में मनीष ने लिखा,
"भगवान का शुक्र है, यह मेरा प्रियंका के साथ आखिरी दिन है।" लेकिन गलती से यह मैसेज करण के बजाय प्रियंका के पास चला गया।
प्रियंका की आंखों में आ गए आंसू
जैसे ही प्रियंका ने यह मैसेज पढ़ा, वह अंदर तक हिल गईं और सेट पर रोने लगीं। जब करण जौहर को इस बारे में पता चला तो उन्होंने मनीष से पूछा कि प्रियंका क्यों रो रही हैं? तब जाकर मनीष को एहसास हुआ कि उन्होंने गलत नंबर पर मैसेज भेज दिया था। प्रियंका ने इस मामले को बहुत शालीनता से संभाला। उन्होंने मनीष से सीधा पूछा, "मैंने ऐसा क्या किया?" प्रियंका के इस शांत स्वभाव ने मामला और बिगड़ने से रोक दिया। इसके बाद भी दोनों के बीच रिश्ते सुधर गए और वे अच्छे दोस्त बन गए। बाद में मनीष, प्रियंका से मिलने के लिए फ्रांस के 'नीस' शहर भी गए थे, जहां वह एक फिल्म की शूटिंग कर रही थीं।
जब डायरेक्टर तरुण मनसुखानी से हुआ टकराव
इस इंटरव्यू में प्रियंका की मां मधु चोपड़ा ने एक और घटना का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 'दोस्ताना' के डायरेक्टर तरुण मनसुखानी बहुत सख्त मिजाज के थे। एक बार प्रियंका को तेज बुखार था, लेकिन इसके बावजूद तरुण ने उन्हें सेट पर बुलाने के लिए मजबूर किया। इस पर मधु चोपड़ा ने साफ कह दिया, "अगर आपको मेरी बेटी को सेट पर ही मारना है तो भेज देती हूं, लेकिन अगर उसे कुछ हुआ तो आप जिम्मेदार होंगे।" हालांकि, समय के साथ यह मामला भी सुलझ गया और प्रियंका व तरुण के बीच रिश्ते सामान्य हो गए।
प्रियंका का प्रोफेशनल रवैया
प्रियंका चोपड़ा ने इस पूरी घटना को मaturity के साथ संभाला, जिससे उनके प्रोफेशनल रवैये की झलक मिलती है। यह घटना बताती है कि बॉलीवुड में बने रहने के लिए सिर्फ टैलेंट ही नहीं, बल्कि धैर्य और समझदारी की भी जरूरत होती है।