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Bird Flu Alert: झारखंड में बर्ड फ्लू का अलर्ट, स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई निगरानी

Bird Flu Alert: झारखंड में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) के बढ़ते खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। राजधानी रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के पोल्ट्री फार्म में एच5एन1 वायरस के फैलने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने इस पर कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया है। इसके तहत इंसानों और पशु-पक्षियों के मामलों पर खास ध्यान दिया जाएगा।

पशु-पक्षियों की निगरानी और एहतियात

स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिए हैं कि बर्ड फ्लू के संदिग्ध मामलों को तुरंत रिपोर्ट किया जाए और संक्रमित पक्षियों, मुर्गियों और गिनी फाउल के संपर्क में आने वाले लोगों को एहतियाती उपायों का पालन करना होगा। एच5एन1 वायरस बेहद संक्रामक है और यह इंसान तक फैल सकता है, इसलिए संक्रमित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सक्रिय निगरानी की जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देश

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक अबु इमरान ने सभी सिविल सर्जनों को पत्र भेज कर जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसे हाइ रिस्क ग्रुप के तहत जरूरी दवाइयां और इलाज मुहैया कराया जाएगा। प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मामलों की सक्रिय निगरानी की जाएगी।

एंटीवायरल दवाओं और विशेष निर्देश

स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को एंटीवायरल दवाओं, पीपीई किट, मास्क और अन्य आवश्यक सामग्री के पर्याप्त स्टॉक का ध्यान रखने को कहा है। इसके अलावा, बर्ड फ्लू के संदिग्ध मामलों के लिए डेडिकेटेड आइसोलेशन वार्ड और बेड के इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है।

बर्ड फ्लू के लक्षण और सावधानियां

बर्ड फ्लू के लक्षणों में धीरे-धीरे बुखार, नाक से खून निकलना, सिर में दर्द, कफ बनना, गले में सूजन, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और दस्त, सांस लेने में समस्या, और आंखों में इंफेक्शन शामिल हैं। यदि ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और मरे हुए पक्षियों से दूर रहें। मास्क पहनकर मुंह और नाक को ढकें और हाथों को बार-बार धोने की आदत डालें।

निष्कर्ष

झारखंड में बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनी से यह साफ है कि हमें इस बीमारी को गंभीरता से लेना होगा। संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वालों को तत्काल एहतियात बरतने की आवश्यकता है, ताकि यह वायरस इंसान तक न फैले और महामारी का रूप न ले।