Amrit Bharat Express: बिहार के रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है। राज्य को दूसरी अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलने जा रही है, जो सहरसा से अमृतसर के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को मधुबनी में प्रस्तावित कार्यक्रम से वर्चुअल तरीके से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। चेन्नई के अन्नानगर यार्ड से इस ट्रेन का रैक बिहार पहुँच चुका है और फिलहाल इसे सुपौल स्टेशन पर रखा गया है। पिछले साल दरभंगा से दिल्ली के लिए शुरू हुई पहली अमृत भारत ट्रेन के बाद अब यह नई ट्रेन कोसी और आसपास के इलाकों के लाखों यात्रियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी।
सहरसा में नई ट्रेन के परिचालन से पहले तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं। वाशिंग पिट को विद्युतीकृत करने सहित अन्य जरूरी काम पूरे किए जा रहे हैं। शुरू में चर्चा थी कि यह ट्रेन सहरसा से दिल्ली के बीच चलेगी, लेकिन अब इसे सहरसा-अमृतसर रूट पर चलाने का फैसला लिया गया है। यह ट्रेन दोनों तरफ इंजन वाली पुश-पुल तकनीक से लैस होगी। इसमें 22 कोच होंगे, जिनमें 8 स्लीपर, 11 जनरल, 1 पेंट्रीकार और 2 एसएलआरडी शामिल हैं। इस ट्रेन के शुरू होने से सहरसा से अमृतसर का सफर कम समय में पूरा होगा, हालाँकि इसका पूरा टाइम टेबल अभी जारी नहीं हुआ है।
अमृत भारत ट्रेन की खासियत इसकी रफ्तार और सुविधाएँ हैं। यह ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है, जिससे यह प्रीमियम ट्रेनों को भी पीछे छोड़ सकती है। नई तकनीक से बनी इस ट्रेन में सभी कोच सीसीटीवी कैमरों से लैस हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, पेंट्रीकार की सुविधा यात्रियों को लंबी यात्रा में खानपान का बेहतर विकल्प देगी। यह ट्रेन कोसी क्षेत्र के लोगों के लिए न सिर्फ समय बचाएगी, बल्कि आरामदायक और सुरक्षित सफर का अनुभव भी देगी।
शनिवार सुबह 8:21 बजे यह ट्रेन सहरसा स्टेशन पहुँची थी। सिमरी बख्तियारपुर से सहरसा तक इसे लाने वाले चालक के साथ मुख्य लोको निरीक्षक जेके सिंह भी मौजूद थे। सुबह 8:55 बजे यह ट्रेन सुपौल के लिए रवाना हुई। इस दौरान स्टेशन अधीक्षक सुभाषचंद्र झा ने भी व्यवस्था का जायजा लिया। रैक को सुपौल में रखा गया है, जहाँ से परिचालन की तैयारियाँ पूरी होने के बाद यह अपने तय रूट पर दौड़ेगी। यह पूर्व मध्य रेलवे की दूसरी अमृत भारत ट्रेन होगी, जो दरभंगा के बाद सहरसा से शुरू होगी।
पिछले साल दरभंगा से आनंद विहार के लिए शुरू हुई अमृत भारत ट्रेन ने बिहार के रेल नेटवर्क को नई ताकत दी थी। अब सहरसा-अमृतसर रूट पर दूसरी ट्रेन के शुरू होने से राज्य के उत्तरी हिस्से, खासकर कोसी और मिथिलांचल के लोग पंजाब तक आसानी से पहुँच सकेंगे। यह ट्रेन न सिर्फ यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगी, बल्कि बिहार के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगी।