Bihar politics: 2020 में कोरोना की शुरुआत हुई थी और उसी दौरान विधानसभा चुनाव भी होने थे, लोग बाग़ घरों में कैद थे और तमाम चुनावी सभाओं पर या तो रोक लगा दी गई थी या उन पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा गया था, इस समय नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने वर्चुअल प्रचार का सहारा लिया था और इस मामले में बीजेपी तक को पीछे छोड़ दिया था, राजद तो इस मामले में काफी पीछे रह गई थी, इसका फायदा नीतीश कुमार को रिजल्ट में मिला और अब तेजस्वी यादव अपनी पिछली गलती से सीख कर AI का उपयोग धरल्ले से करने जा रहे हैं.
जिसका उदाहरण तब देखने को मिला जब शनिवार को तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमले के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया और एक मजेदार कार्टून मीम शेयर किया जिसमें एक बुजुर्ग दुसरे से कह रहे ”भैया चलो अब इस 20 साल पुरानी खटारा सरकार को भी हटा देते हैं’, बता दें कि यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा और तेजस्वी यादव की यह व्यंगात्मक पोस्ट इस बात की ओर इशारा करती है कि आने वाले समय में भी उनकी पार्टी AI की मदद से इसी तरह नीतीश कुमार की सरकार पर आक्रमण करती रहेगी.
अपनी पिछली गलती से सीख चुके तेजस्वी इस बार पूरी तैयारी में हैं और किसी भी हाल में इस मामले में पीछे नहीं रहना चाहते. बताते चलें कि इस बार के विधानसभा चुनाव में हर राजनितिक दल धरल्ले से Ai का उपयोग करते देखे जाएंगे, पिछले चुनाव में जदयू ने jduonline के प्रोजेक्ट के माध्यम से इस मामले में बाजी मारी थी, इस प्रोजेक्ट की कमान उस समय संजय झा ने संभाली थी जो कि वर्तमान में जदयू के कार्यकारी रास्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
इस प्रोजेक्ट का मकसद नीतीश कुमार के सन्देश को पार्टी के हर लेवल के कार्यकर्ताओं तक पहुँचाना था, जो कि सफल रहा था, हालाँकि इस बार AI का उपयोग पूरी तरह से किया जायेगा और तमाम पार्टियाँ अभी से ही इसके जरिए कार्टून, मीम्स, पोस्टर्स इत्यादि बनने में और एक दुसरे पर हमला करने में जुट गई हैं, जिसमें तेजस्वी यादव फिलहाल आगे चलते दिखाई दे रहे हैं.
देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी का यह दाव इस बार के चुनाव परिणाम में कितना असर डाल पाता है, क्या वाकई में जनता इस बार 20 साल पुरानी खटारा सरकार को हटाएगी और तेजस्वी को CM बनाएगी? या एक बार फिर से नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री का ताज धारण करेंगे?