Bihar News : बिहार में सरकारी परीक्षाओं में धांधली कोई नई बात नहीं है। अलग-अलग सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली गिरोहों द्वारा लगातार प्रयास जारी रहते हैं और काफी हद तक ये लोग इसमें कामयाब भी हो जाते हैं। इसी क्रम में भागलपुर अब बाकी जिलों से आगे निकल चुका है।
यहाँ तक कि BPSC परीक्षाओं को भी इन गिरोहों द्वारा बक्शा नहीं जाता है। इसे रोकने के लिए लगातार छापेमारियां की जाती हैं, गिरफ्तारियां होती हैं मगर फिर भी इस पर पूरी तरह से रोक अभी नहीं लगाई जा सकी है।
बता दें कि बिहार में हुए सिपाही भर्ती में भी अभ्यर्थियों ने धांधली की जमकर कोशिश की और इस मामले में काफी गिरफ्तारियां भी हुई। भागलपुर जिला इन सेटिंग मामलों में बाकियों से काफी आगे चल रहा। सिपाही भर्ती में फिजिकल टेस्ट के दौरान 240 अभ्यर्थियों को धांधली में लिप्त पाया गया।
इनमें से 90 अभ्यर्थी धांधली करते हुए पकड़े गए. वहीं मुंगेर के 46 अभ्यर्थी इस मामले में शामिल पाए गए। ज्ञात हो कि कुछ समय पहले BPSC का प्रश्न पत्र भी लीक हुआ था। इस मामले में भी भागलपुर से कनेक्शन जुड़ा हुआ था।
ये गिरोह सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अभ्यर्थियों से अच्छी खासी रकम वसूलते हैं। इसी क्रम में भागलपुर से 90 अभ्यर्थी धांधली कर नौकरी पाने की फिराक में थे, लेकिन इनके मंसूबों पर पानी फिर गया।
पटना में हो रहे फिजिकल टेस्ट के दौरान जब बायोमेट्रिक जांच हुई तो उसमें इनकी उँगलियों के निशान नहीं मिल रहे थे। जिस वजह से इनका पर्दाफाश हो गया। आने वाले समय में इनकी मदद करने वालों को भी जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाया जाएगा।