Bihar News : लंदन से जमुई सदर अस्पताल पहुंची विदेशी महिला मारिया व मेडेलिना ने कुष्ठ मरीजों से मिलकर उनका हाल जाना और कुष्ठ से बचाव को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी हैं। इससे आने वाले समय में मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। मरीजों को जागरूक करने की यह पहल बेहद सराहनीय निर्णय है और इसकी काफी ज्यादा जरुरत थी.
बता दे कि लेपरा सोसायटी के द्वारा सदर अस्पताल के कैदी वार्ड के बगल में कुष्ठ अस्पताल चलाया जा रहा है। जहां पहुंचने वाले पीड़ित कुष्ठ मरीजों को मुफ्त में इलाज किया जात है तथा दवा के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर उन्हें जूता चप्पल संबंधित अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जाती है। ताकि उन्हें इस मुश्किल घड़ी में ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
मारिया और मेडिलिना ने मरीजों का लिया जायजा
इन्हीं मरीजों से मिलने के लिए लंदन से दो विशेषज्ञ मारिया और मेडेलिना सदर अस्पतालपहुंची थी। जहाँ एक-एक कर के उन्होंने कई मरीजों से बात की और इससे बचाव को लेकर उन्हें कई जानकारियां दी। इन्होंने कई मरीजों की स्तिथि का एक एक करके जायजा लिया और उनकी बातों को समझने का प्रयास किया. इस दौरान उनके साथ एक ट्रांसलेटर भी मौजूद रहे.
मरीजों के लिए आशा की किरण
बता दें कि इस बात की चर्चा जिले में हर जगह हो रही है और कुष्ठ रोगों से ग्रसित मरीजों व उनके परिजनों में इसे लेकर ख़ुशी देखी गई। वहीं इस पूरे मामले को लेकर बिहार-झारखंड के को-ऑर्डिनेटर रजनीकांत ने बताया है कि लेपरा सोसायटी की तरफ से सदर अस्पताल परिसर में कुष्ठ रोगियों के लिए ओपीडी चलाया जाता है।
जिसमें जिले के सदर अस्पताल सहित किसी भी निजी अस्पताल से रेफर कुष्ठ रोगियों का मुफ्त में इलाज कराया जाता है। गंभीर मरीजों को जरूरत पड़ने पर मुजफ्फरपुर, पटना पीएमसीएच, एनएमसीएच रेफर किया जाता है ताकि समय पर उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके।
जिसको लेकरलंदन से कुष्ठ पर रिसर्च कर रही विदेशी महिला तथा इंडिया-बांग्लादेश की प्रोग्राम मैनेजर मारिया और मेडेलिना जमुई पहुंची थी। जिनके द्वारा मरीजों से बात की गई और उन्हें कई अहम सुझाव भी दिए गए, ताकि इस गंभीर बीमारी से उनका बचाव किया जा सके और आगे आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जा सके।