Bihar News : बिहार के जमुई जिले में एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। झाझा थाना क्षेत्र के सरैया गांव में एक रेलवे कर्मचारी ने अपनी बहन के घर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अमरदीप कुमार (31 वर्ष) के रूप में हुई है, जो मुंगेर जिले के टेटिया बंबर थाना क्षेत्र के कब गांव के निवासी सिकंदर प्रसाद यादव का बेटा था। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है, और पुलिस मामले की गहन जांच में जुट गई है।
होली की छुट्टी पर आया था बहन के घर
अमरदीप कुमार अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत था। वह होली की छुट्टियों में दो दिन पहले ही अपनी बहन के घर सरैया गांव आया था। परिवार वालों के मुताबिक, सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन गुरुवार की सुबह उसने अचानक पंखे से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया, क्योंकि किसी को भी इस तरह के कदम की जरा भी आशंका नहीं थी
मानसिक बीमारी से जूझ रहा था युवक
मृतक के पिता सिकंदर प्रसाद यादव के अनुसार उनका बेटा पिछले कुछ दिनों से मानसिक बीमारी से पीड़ित था। उन्होंने कहा, "अमरदीप काफी समय से तनाव में था और उसका इलाज भी चल रहा था। हमें नहीं पता था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा।" परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है, और वे इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं जो कि बेहद मुश्किल है।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही झाझा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। झाझा थाने के चौकीदार श्रवण यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए आगे की पड़ताल की जा रही है।
समाज में मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा जरूरी
यह घटना एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी को उजागर करती है। आज के दौर में तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं, लेकिन लोग खुलकर इस बारे में बात करने से हिचकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते ऐसे लोगों की काउंसलिंग और परिवार का सहयोग इन हादसों को रोक सकता है।