Bihar News: बिहार के सहरसा जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां, जिले के सोनवर्षा राज थाना इलाके मे एक प्राईवेट नर्सिंग होम पर हंगामा देखने को मिला है. ग्रामीणों व परिजनों का आरोप है कि प्रसूता की गलत इलाज की वजह से मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस के आश्वासन के बाद मामला शांत हो सका है.
दरअसल, जिले सोनवर्षा राज प्रखंड के सहसौल पंचायत के वार्ड नंबर-8 तिनधारा गांव निवासी रवन सदा की 26 वर्षीय पत्नी चंपा देवी को बीते 20 अप्रैल, दोपहर 3 बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई. जिसे गांव की आशा रुणा देवी ने सोनवर्षा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया, जहां से चिकित्सक ने उसे सदर अस्पताल सहरसा रेफर कर दिया, लेकिन आशा रूणा देवी ने उसे सोनवर्षा राज स्थित एक प्राइवेट क्लिनिक श्रीराम हॉस्पिटल में अच्छे इलाज के नाम पर भर्ती करवाया.
इसके बाद श्रीराम हॉस्पिटल में चिकित्सक ने परिजनों से 30 हजार रूपए जमा करवा कर आनन-फानन में प्रसूता की सर्जरी की, 22 अप्रैल को बच्चे का जन्म हुआ जिसके बाद फिर बच्चे को आईसीयू के रखने के नाम पर और ब्लड चढ़ाए जाने के नाम पर 15 हजार रूपए लिए गए. लेकिन 23 अप्रैल को सुबह 3 बजे महिला की हालत बिगड़ते देख चिकित्सक ने उसे लॉर्ड बुद्धा मेडिकल कॉलेज, बैजनाथपुर रेफर कर दिया.
24 अप्रैल को सहरसा शहर के एक निजी अस्पताल मे सुबह करीब 6 बजे महिला ने दम तोड़ दिया. हालांकि, बच्चा स्वस्थ है. इधर आक्रोशित परिजनों ने रविवार को श्रीराम हॉस्पिटल नर्सिंग होम के सामने चिकित्सक की लापरवाही की वजह से महिला की मौत को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. घटना के बाद आरोपी डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार है.
सोनवर्षा राज थाना अध्यक्ष अविनाश कुमार ने कहा है कि मामले में आवेदन मिला है. जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत करवा दिया गया है. ज्ञात हो कि सोनवर्षा राज स्थित श्री राम हॉस्पिटल के चिकित्सक ने महिला को रेफर करते वक्त अपने नर्सिंग होम की पर्ची का पते वाला ऊपरी हिस्सा फाड़कर हटा दिया, ताकि किसी अप्रिय घटना के होने पर संबंधित नर्सिंग होम की संलिप्तता उजागर ना हो.