Bihar Crime News: बिहार के सहरसा जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही। सहरसा-मधेपुरा मुख्य मार्ग पर जीरो माइल के समीप एक ई-रिक्शा चालक का शव सड़क किनारे पड़ा मिला, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान सहरसा बस्ती, नगर निगम वार्ड 26 निवासी 38 वर्षीय मोहम्मद निजाम के रूप में हुई है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए कहा कि शव पर जख्म के निशान हैं, और संभवतः उनकी हत्या कहीं और करके शव को यहां फेंका गया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है।
मोहम्मद निजाम, जो तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे, रोज की तरह 3 मई 2025 की सुबह अपने घर से निकले थे। उनकी पत्नी अंजुमन खातून ने बताया कि निजाम ने सुबह घर से निकलते वक्त कहा था कि वह पहले मस्जिद में नमाज अदा करेंगे, फिर पटेल मैदान में वक्फ बोर्ड के खिलाफ होने वाली रैली में शामिल होंगे, और इसके बाद ई-रिक्शा चलाने जाएंगे। निजाम के छह बच्चे हैं और वह अपने परिवार के लिए बड़ी मेहनत से दाना-पानी जुटाया करते थे।
अंजुमन के अनुसार, जब निजाम देर तक घर नहीं लौटे, तो परिवार चिंतित हो गया और उनकी खोजबीन शुरू की। इसी दौरान पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक शव का फोटो शेयर किया, जिसे देखकर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। शव की पहचान मोहम्मद निजाम के रूप में हुई। शव पर जख्म के निशान देखकर परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। अंजुमन ने कहा, "उनका किसी से कोई विवाद नहीं था। हमें लगता है कि उनकी हत्या कहीं और की गई और शव को यहां सड़क किनारे फेंक दिया गया।"
घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ आलोक कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार, और बैजनाथपुर थानाध्यक्ष अमरज्योति पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत FSL और डॉग स्क्वॉड की टीम को बुलाया, जो घटनास्थल पर सबूत जुटाने में जुट गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए सहरसा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह साफ हो पाएगी।
पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि निजाम आखिरी बार कहां देखे गए थे और घटना कैसे हुई। सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा, "हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज और फोरेंसिक सबूतों के आधार पर जल्द ही मामले का खुलासा होगा।"