DESK: बैंक मैनेजर का कारनामा सामने आया है। लोन पास कराने के नाम पर अब तक 39 हजार के देसी मुर्गे खा चुके हैं। लेकिन आज तक किसान का लोन पास नहीं करवा सके। इस बात से आहत होकर पोल्ट्री फार्म मालिक मदद की गुहार लगाने एसडीएम साहब के पास मुर्गे का रसीद लेकर पहुंच गया। बैंक मैनेजर अभी तक 39 हजार का देसी मुर्गा खा चुके हैं उसका रसीद पोल्ट्री फार्म मालिक संभाल कर रखे हुए थे। उन्होंने 39 हजार का देसी मुर्गे खाने और दस प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप बैंक के मैनेजर पर लगाया। इस बात को सुनकर एसडीएम साहब भी दंग रह गये।
मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले का है जहां मस्तूरी स्थित एसबीआई के मैनेजर सुमन कुमार चौधरी ने पोल्ट्री फार्म मालिक को 12 लाख रुपये का लोन दिलाने का सपना दिखाते हुए 10 परसेंट कमीशन की मांग की। पीड़ित पोल्ट्री फार्म मालिक ने बताया कि पोल्ट्री कारोबार को बढ़ाने के लिए 12 लाख लोन की रकम का 10 फीसदी कमिशन के तौर पर वह एडवांस दे चुका है। एडवांस देने और 39,000 रुपये के देसी मुर्गे खा जाने के बाद भी बैंक मैनेजर ने लोन पास नहीं किया। जबकि लोन देने के बहाने वह हर शनिवार को देसी मुर्गे की डिमांड करता था और करीब 39,000 रुपये का मुर्गा अब तक खा गया। जिसका रसीद भी उसके पास है।
लेकिन जब बैंक मैनेजर सुमन कुमार चौधरी ने पोल्ट्री फार्म मालिक रूपचंद मनहर को लोन पास कराने से इनकार कर दिया तब वो एसडीएम के पास पहुंच गये और न्याय की गुहार लगाने लगे। कहने लगे कि न्याय नहीं मिला तो जान दे देंगे। पोल्ट्री फार्म मालिक रूपचंद ने बैंक मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग एसडीएम से की है और बैंक मैनेजर से पैसे वापस दिलाए जाने की गुहार लगाई है। पीड़ित पोल्ट्री फार्म मालिक ने इस मामले की लिखित शिकायत करते हुए कहा कि यदि बैंक मैनेजर से पैसे वापस नहीं दिलाई गयी तो वो भूख हड़ताल पर बैठेंगे और न्याय नहीं मिली तो आत्मदाह करेंगे।