Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर को यूएई में होने जा रही है और 14 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान के बीच इस टूर्नामेंट का हाई-वोल्टेज मुकाबला खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की कमान सूर्यकुमार यादव संभाल रहे हैं जो पहली बार किसी मल्टी-नेशन टूर्नामेंट में कप्तानी करेंगे। सूर्यकुमार की कप्तानी में भारत ने अब तक कोई द्विपक्षीय T20I सीरीज नहीं हारी है और फैंस को उम्मीद है कि एशिया कप में भी उनकी आक्रामक शैली टीम को जीत दिलाएगी। लेकिन सूर्यकुमार के सामने एक व्यक्तिगत चुनौती भी है क्योंकि उनका पाकिस्तान के खिलाफ T20I रिकॉर्ड बेहद साधारण रहा है। एक पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने इस कमजोरी पर निशाना साधते हुए कहा है कि सूर्यकुमार पाकिस्तान के खिलाफ प्रभावी नहीं रहे हैं और यह भारत के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
सूर्यकुमार यादव को T20 क्रिकेट में 360 डिग्री बल्लेबाज के रूप में जाना जाता है, उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 5 T20I मैचों में केवल 64 रन बनाए हैं। उनका औसत इस दौरान 12.80 और स्ट्राइक रेट 118.51 रहा है जो कि उनके सामान्य प्रदर्शन से काफी कम है। उनका सबसे बड़ा स्कोर 18 रन है जो उन्होंने 2022 के एशिया कप में दुबई की टर्निंग पिच पर बनाया था। इसके अलावा 2021 T20 वर्ल्ड कप में दुबई में 11 रन, 2022 एशिया कप में 13 रन, 2022 T20 वर्ल्ड कप में मेलबर्न में 15 रन और 2024 T20 वर्ल्ड कप में न्यूयॉर्क में 7 रन ही सूर्या बना सके। ये आंकड़े उनके शानदार करियर के विपरीत हैं, जहां उन्होंने 83 T20I में 38.20 की औसत और 167.07 के स्ट्राइक रेट से 2598 रन बनाए हैं। जिसमें 4 शतक और 21 अर्धशतक शामिल हैं। सूर्यकुमार हर टीम के खिलाफ रन बनाते हैं लेकिन पाकिस्तान खिलाफ वे हमेशा असफल ही रहे हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ सूर्यकुमार का यह खराब रिकॉर्ड भारत के लिए चिंता का विषय बन सकता है, वो भी तब जब विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा जैसे दिग्गज T20I से संन्यास ले चुके हैं। इन खिलाड़ियों की तीव्रता और अनुभव की कमी भारत को भारी पड़ सकती है। सूर्यकुमार की हालिया फॉर्म हालांकि शानदार रही है। IPL 2025 में उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए 717 रन बनाए थे जो टूर्नामेंट में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर था। इसके अलावा उनकी कप्तानी में भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 297 रन का रिकॉर्ड T20I स्कोर बनाया था। एशिया कप 2025 उनके लिए न केवल कप्तानी की परीक्षा है बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी की कमजोरी को दूर करने का मौका भी है। दुबई की पिच पर यह मुकाबला होगा और यह मैच उनकी स्पिन और पेस दोनों के खिलाफ तकनीक की कड़ी परीक्षा लेगी।
भारतीय टीम में सूर्यकुमार के साथ शुभमन गिल (उप-कप्तान), हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह, संजू सैमसन और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी हैं जो टीम को संतुलन प्रदान करते हैं। स्टैंडबाय खिलाड़ियों में यशस्वी जायसवाल और रियान पराग जैसे युवा चेहरे भी हैं। सूर्यकुमार के लिए 14 सितंबर का मैच न केवल भारत-पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है बल्कि उनके आलोचकों को जवाब देने का मौका भी है। अगर वे अपनी 360 डिग्री बल्लेबाजी का जादू दिखा पाए तो न सिर्फ उनका रिकॉर्ड सुधरेगा बल्कि भारत की जीत की संभावना भी बढ़ेगी।