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हवा में महिला को शुरू हुई प्रसव पीड़ा, यात्रा कर रही नर्स की मदद से क्रू ने करायी बच्चे की डिलीवरी

DESK: मस्कट से मुंबई आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक फ्लाइट में सफर कर रही एक गर्भवती महिला को बीते बुधवार को उड़ान के दौरान प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। महिला की हालत बिगड़ता देख फ्लाइट क्रू ने यात्रा कर रही एक नर्स की मदद से हवा में उड़ान भर रहे विमान में बच्चे की सुरक्षित डिलीवरी कराई। जिसके बाद मुंबई में लैंडिंग के बाद जच्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचाया गया। थाई महिला नागरिक ने उड़ान के दौरान एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। ऐसा कर एयरलाइन के स्टाफ ने अपनी तत्परता और ट्रेनिंग की मिसाल पेश की।  

आसमान में अचानक शुरू हुई प्रसव पीड़ा

यह घटना एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 350 में घटी, जो मस्कट से मुंबई के लिए उड़ान भर चुकी थी। उड़ान के दौरान, एक थाई महिला यात्री को अचानक तेज प्रसव पीड़ा हुई। परिस्थिति की गंभीरता को भांपते हुए फ्लाइट अटेंडेंट्स ने तुरंत मेडिकल इमरजेंसी प्रोटोकॉल को एक्टिव किया।

यात्री नर्स और क्रू मेंबर्स ने संभाली जिम्मेदारी

बता दें जिस फ्लाइट में महिला को प्रसव पीड़ा हुआ उसी विमान में एक प्रशिक्षित नर्स यात्रा कर रही थी। यह महिला के लिए कितनी सौभाग्य की बात है। नहीं तो क्रू मेंबर्स की परेशानी बढ़ जाती। नर्स ने क्रू मेंबर्स के साथ मिलकर महिला की देखभाल शुरू की। सीनियर केबिन क्रू स्नेहा नागा और ऐश्वर्या शिर्के, साथ ही आसिया खालिद और मुस्कान चौहान ने फ्लाइट में ही एक सुरक्षित स्थान पर डिलीवरी की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया। मां और नवजात दोनों की हालत स्थिर रही।

पायलट ने मांगा तत्काल लैंडिंग का आदेश

जैसे ही बच्चे का जन्म हुआ, फ्लाइट के पायलट्स कैप्टन आशीष वघानी और कैप्टन फराज अहमद ने तुरंत मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और आपातकालीन लैंडिंग की मांग की। ग्राउंड पर पहले से मेडिकल टीम और एंबुलेंस को अलर्ट कर दिया गया था।

लैंडिंग के बाद अस्पताल में एडमिट

विमान के मुंबई एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतरते ही मां और नवजात को तुरंत पास के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दोनों पूरी तरह सुरक्षित हैं।

एयर इंडिया एक्सप्रेस का बयान

एयरलाइन ने इस पूरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यह एक असाधारण क्षण था, जिसने हमारी क्रू टीम की सतर्कता, मानवीय संवेदना और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को दर्शाया है। हम गर्व महसूस करते हैं कि हमारी टीम ने इस कठिन परिस्थिति में भी उत्कृष्ट कार्य किया। बता दें कि विमान में मेडिकल सुविधा सीमित होती है, ऐसे में डिलीवरी जैसी प्रक्रिया जोखिमपूर्ण मानी जाती है। बिना किसी डॉक्टर की मौजूदगी में फ्लाइट अटेंडेंट्स और नर्स की सूझबूझ ने एक नई जिंदगी को हवा में सुरक्षित जन्म दिया। यह घटना न सिर्फ एयर इंडिया के लिए बल्कि पूरे विमानन क्षेत्र के लिए प्रेरणा बन गई है।